
- 66 विधानसभा क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाएगी भाजपा
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। सालभर मिशन मोड में रहने वाली भाजपा मिशन 2028 के तहत उन सीटों पर विशेष अभियान चलाने जा रही है जिन पर 2023 में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। हारी सीटों पर गणित बदलने के लिए भाजपा तीन साल पहले ही मैदान में उतरने जा रही है। अभियान के तहत भाजपा का फोकस 2023 में जिन 66 सीटों पर हार मिली थी उन पर जनाधार जुटाने का है। इसमें अनुसूचित जनजाति मोर्चा की अहम भूमिका होगी। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने भले ही सभी 29 सीटें जीत ली थी, लेकिन एससी और एसटी बहुल क्षेत्रों में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। यही स्थिति विधानसभा चुनाव में भी थी। विधानसभा चुनाव में भाजपा 164 सीटों पर जीती थी, जबकि 66 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। हारी हुई अधिकांश सीटें एससी और एसटी बहुल क्षेत्र की थी। आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश के आदिवासियों और दलितों पर कांग्रेस की मजबूत पकड़ है। माना जाता है कि जिसने एससी-एसटी वर्ग को साथ लिए उसकी जीत तय मानी जाती है। इसको देखते हुए पार्टी एससी-एसटी वर्ग बहुल क्षेत्रों पर विशेष फोकस करने जा रही है।
अनुसूचित जनजाति मोर्चा जुटेगा अभियान में
आगामी चुनाव में एससी-एसटी वर्ग की सीटों पर मजबूत पकड़ बनाने के लिए पार्टी का एसटी मोर्चा यहां बूथवार जुटेगा। घर-घर संपर्क अभियान चलाया जाएगा। जनजातीय जननायकों की जयंती पर विधानसभावार भव्य आयोजन किए जाएंगे। बिरसा मुंडा जयंती पर शहर से लेकर गांव तक आयोजन किए जाएंगे। इसमें जनजातीय समुदाय के वरिष्ठ नेताओं की सहभागिता अनिवार्य होगी। वहीं, जनजातीय सांसद और विधायक भी अभियान का हिस्सा होंगे। केंद्र और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की योजनाओं को जनजातीय समाज के लोगों को लाभ मिले, इसके लिए गांव-गांव, झोपड़ी-झोपड़ी घूमकर सरकार के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। पार्टी की गतिविधियों में हर जिले और हर कार्यकर्ता की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। पार्टी की गतिविधियों को जिला स्तर पर टोलियां बनाकर क्रियान्वित किया जाएगा।
कमजोर बूथों पर अभी तैयारी
गौरतलब है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा एसटी और एससी की सभी सीटों पर जीती थी। यह जीत वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव में भी बरकरार रही। यहां कांग्रेस का खाता ही नहीं खुल पाया, लेकिन भाजपा को आदिवासी बहुल क्षेत्र में बूथवार वोटों का नुकसान उठाना पड़ा। इन कमजोर बूथों पर भाजपा ने अभी तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत अनुसूचित जनजाति मोर्चा कार्यकर्ता समाज को पार्टी से जोडऩे का काम करेंगे। लोगों को सरकार की योजनाओं से जोड़ेंगे। जनजातीय बहुल क्षेत्रों में समाज के बीच जाकर छोटी-छोटी बैठकें की जाएगी। जनता के बीच जाकर बताएंगे कि भाजपा सरकार ने जनजातीय समाज की भलाई के लिए अनेक काम किए हैं। मोर्चा कार्यकर्ता इन बातों को पूरी दमदारी के साथ लोगों के बीच रखेंगे। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भाभर का कहना है कि भाजपा सदैव आदिवासी हितों और उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। कांग्रेस ने सदैव इस वर्ग को छला है। पैसा एक्ट से लेकर घर-घर राशन पहुंचाने की योजनाएं भाजपा की सरकार ने बनाई है। बिरसा मुंडा से लेकर रानी कमलापति जैसे जनजातीय नायकों को भाजपा ने स्थान दिया। डबल इंजन की सरकारों के साथ आदिवासी हितों के लिए भाजपा एक जुट होकर कार्य करेगी।