
बेंगलूरू। कर्नाटक कांग्रेस में इन दिनों सीएम पद फिर चर्चा में है। चर्चा हो रही है कि शीर्ष पद के नेतृत्व को लेकर कांग्रेस में मतभेद है। साथ ही डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को सीएम बनाने की मांग भी हो रही है। हालांकि कर्नाटक प्रभारी और कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला पहले ही इन चर्चाओं पर विराम लगा चुके हैं। वहीं अब खुद डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने इन चर्चाओं को खारिज किया है। शिवकुमार ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर कोई असंतोष नहीं है और जब सिद्धरमैया मुख्यमंत्री हैं तो नेतृत्व के मुद्दे पर किसी मतभेद की जरूरत नहीं है। इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी शीर्ष पद को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि वह पूरे पांच साल तक पद पर बने रहेंगे।
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष और डिप्टी सीएम शिवकुमार ने कहा कि पार्टी अनुशासन महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मैंने किसी से उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए नहीं कहा है। इस दौरान शिवकुमार ने चेतावनी दी कि अगर नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर कोई भी नेता सार्वजनिक बयान देता है तो उसे नोटिस जारी किया जाएगा। बुधवार को संवाददाताओं से वार्ता करते हुए शिवकुमार ने बताया कि रामनगर के विधायक एचए इकबाल हुसैन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अन्य लोगों को भी नोटिस दिए जाएंगे।
बता दें कि रामनगर के विधायक एचए इकबाल हुसैन ने बयान दिया था कि डीके शिवकुमार को सीएम बनना चाहिए। शिवकुमार ने कहा कि मैंने किसी से मेरा नाम लेने या मुझे मुख्यमंत्री बनाने के लिए नहीं कहा है। इसकी कोई जरूरत नहीं है। जब मुख्यमंत्री (सिद्धारमैया) हैं, तो किसी विवाद की कोई जगह ही नहीं है। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि उनका समर्थन करने वाले विधायक मांग कर रहे हैं कि शिवकुमार को सीएम बनाया जाना चाहिए, और इसके लिए विधायक पार्टी के लिए शिवकुमार की कड़ी मेहनत का हवाला दे रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि सभी ने कड़ी मेहनत की है। मेरे जैसे सैकड़ों लोगों ने कड़ी मेहनत की है। क्या मैं अकेला हूं? लाखों पार्टी कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की है। हमें पहले उनके बारे में सोचना होगा।