
- अनुशासन और जनसेवा को बनाएं मंत्र
गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। पचमढ़ी में भाजपा के सांसद-विधायक प्रशिक्षण वर्ग के दूसरे दिन भाजपा सांसदों, मंत्रियों और विधायकों को सोच समझकर बोलने की नसीहत दी गई। उन्हें ये भी कहा गया है कि अपने स्टाफ का चयन भी सोच-समझकर करें। अपने ऑफिस में अच्छे लोगों को बैठाए। साथ ही उन्हें मंत्र दिया गया कि अनुशासन और जनसेवा को अपनी राजनीति का मंत्र बनाएं। सीएम डॉ. मोहन यादव और पार्टी संगठन के सीनियर लीडर्स ने सांसद-विधायकों से सामाजिक और भगौलिक कार्य विस्तार की दृष्टी से एससी-एसटी प्रभाव वाली सीटों पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा भाजपा की कार्यपद्धति के बारे में बताया गया। ऑफिस मैनेजमेंट, मोबाइल मैनर और सामाजिक शिष्टाचार की भी सीख दी गई। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने मोबाइल मैनेज और सामाजिक शिष्टाचार के गुण सिखाए। साथ ही ऑफिस मैनेजमेंट को लेकर भी टिप्स दिए। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने सोशल मीडिया की क्लास ली। उन्होंने विधायकों और सांसदों को सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के लिए कहा। इस दौरान भाजपा सांसदों, मंत्रियों और विधायकों को सोच समझकर बोलने की नसीहत दी गई। उन्हें ये भी कहा गया है कि अपने स्टाफ का चयन भी सोच-समझकर करें। अपने ऑफिस में अच्छे लोगों को बैठाए। सीएम डॉ. मोहन यादव और पार्टी संगठन के सीनियर लीडर्स ने सांसद-विधायकों से सामाजिक और भगौलिक कार्य विस्तार की दृष्टी से एससी-एसटी प्रभाव वाली सीटों पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा भाजपा की कार्यपद्धति के बारे में बताया गया। ऑफिस मैनेजमेंट, मोबाइल मैनर और सामाजिक शिष्टाचार की भी सीख दी गई।
कार्यकर्ताओं से अच्छा संवाद रखें
सांसद-विधायकों को यह बताया गया कि कार्यकर्ताओं से संवाद अच्छा होना चाहिए। परिवारिक भाव होना चाहिए। कार्यालय का मैनेजमेंट सही होना चाहिए। कार्यालय पर विधायकों को अच्छे व्यक्ति को बैठाना चाहिए। नेता हो या कार्यकर्ता हो, सबको मर्यादा में रहकर ही बात करना चाहिए। प्रशिक्षण वर्ग में संगठन को लेकर चर्चा हुई। पार्टी की गतिविधियों के बारे में बताया गया। विकास के बारे में चर्चाएं हुई। कार्यालय, सोशल मीडिया, विधायक के संपर्क, संवाद बेहतर होना चाहिए। इन पर भी बात हुई। अनुसूचित जाति वर्ग की सीटों पर अजय जामवाल ने चर्चा की। सामाजिक समरसता के जरिए इस वर्ग को जोडऩे की कोशिश की गई। अनुसूचित जनजाति की प्रभाव वाली 56 सीटों पर संगठन महामंत्री हितानन्द शर्मा ने प्रशिक्षण दिया। उन्होंने जहा कि आदिवासी वर्ग के लिए चलाई जा रही योजनाओं को प्रचारित करें।
आज आएंगे राजनाथ सिंह
पचमढ़ी में चल रहे बीजेपी विधायकों और सांसदों के प्रशिक्षण वर्ग का आज अंतिम दिन है। शुरुआत में सभी विधायक और सांसद प्रशिक्षण स्थल परिसर में योग के लिए पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शीर्षासन, मयूरासन सहित कई दुर्लभ आसन किए। इसके बाद उन्होंने चार-पांच विधायकों से कहा, मेरा हाथ झुकाकर दिखाओ। सीएम ने अपनी भुजा फैलाई, लेकिन चार-पांच विधायक भी उनका हाथ नहीं झुका सके। बता दें कि इस प्रशिक्षण वर्ग का समापन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। 14 जून से पचमढ़ी के होटल ग्लेन व्यू में इस वर्ग की शुरुआत हुई थी। प्रशिक्षण वर्ग का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया था। पहले दिन केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने सत्रों को संबोधित किया था।
पार्टी नहीं मिशन है भाजपा
प्रशिक्षण वर्ग में संगठन और सरकार के बीच समन्वय, जनप्रतिनिधियों की भूमिका, संवाद कौशल, सोशल मीडिया संयम और राष्ट्र निर्माण जैसे विषयों पर केंद्र व प्रदेश स्तर के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी बात रखी। सत्रों में स्पष्ट संदेश था कि भाजपा को पार्टी नहीं, एक मिशन मानकर हर सांसद और विधायक को जनसेवक की भूमिका में उतरना है। सुबह योग और प्रार्थना सत्र के बाद विधायकों के अलग-अलग समूहों में संवाद आयोजित किए गए। केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने सांसद-विधायकों को प्रेजेंटेशन के जरिए अपना ऑफिस मैनेजमेंट, ऑफिस स्टाफ और तमाम जानकारियां साझा की। विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा और सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि आज का जनप्रतिनिधि केवल बोलने वाला नहीं, बल्कि समाज का श्रोता और समाधानकर्ता होना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रोता बनिए, तब ही वक्ता बनिए, यह मंत्र जनसेवा में सबसे उपयोगी है। दूसरे सत्र में डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल, विधायक प्रदीप लारिया और हरिशंकर खटीक ने कहा कि विधायक का दायित्व केवल योजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उनका क्षेत्र एक विकास मॉडल बनकर उभरे यही असली राजनीतिक पूंजी है। शाम के विशेष सत्र में राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे ने कहा कि सोशल मीडिया जरूरी है, लेकिन उससे ज्यादा जरूरी है आपकी जिम्मेदारी ट्वीट आपकी नीति को दर्शाता है, न कि भावनाओं को। उन्होंने सलाह दी कि जनप्रतिनिधि हर बयान, पोस्ट और तस्वीर के सार्वजनिक प्रभाव को समझें।
नेताओं को मिला संयम का पाठ
प्रशिक्षण शिविर में मंत्री राकेश शुक्ला ने प्रशिक्षण को नेतृत्व और संयम की दिशा में महत्वपूर्ण बताया, जबकि विधायक हरदीप सिंह ने इसे जीवन में सुधार का माध्यम बताया। प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन नेताओं ने नेतृत्व, संयम और आत्ममूल्यांकन पर चर्चा की। मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि प्रशिक्षण से हमेशा सीखने को मिलता है। उन्होंने इसे नेतृत्व और संयम की दिशा में महत्वपूर्ण बताया। सभी ने अपने अपने उद्बोधन में महत्वपूर्ण बातें कही। प्रशिक्षण में मिली अच्छी बातों के जरिए हम और बेहतर काम करेंगे।
