
बड़ी मछलियों पर कार्रवाई होने तक नहीं रुकेंगे घोटाले
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में एक बार फिर व्यापमं जैसा घोटाला सामने आया है। पुलिस आरक्षक भर्ती में हुआ यह घोटाला प्रथम दृष्ट्या अत्यंत हाईटेक नजर आता है। जिसमें न सिर्फ आधार आईडी में छेड़छाड़ की गई, बल्कि पूरा षड्यंत्र रचकर आधार बनाने की प्रक्रिया ही घोटालेबाजों ने अपने हाथ में ले ली और अभ्यर्थियों के आधार में बदलाव कर दिया। मप्र में सरकारी भर्तियों और प्रवेश परीक्षाओं में घोटाला होना भाजपा सरकार की खास विशेषता बन चुका है। मैंने पहले भी कहा है और आज फिर दोहराता हूं कि यह घोटाले सत्ता में ऊंचे स्थानों पर बैठे लोगों के संरक्षण के बिना नहीं हो सकते, लेकिन देखने में यह आता है कि जांच के नाम पर सिर्फ छोटी मछलियों को पकड़ा जाता है और सत्ता में बैठी बड़ी मछलियों पर हाथ नहीं डाला जाता है। जब तक इस तरह के घोटालों के सूत्रधार को नहीं पकड़ा जाएगा, तब तक घोटाले नहीं रुकेंगे।
लंगड़े घोड़े वे हैं, जिन्हें कांग्रेस ने सब दिया, पर संघर्ष में साथ छोड़ा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शुक्रवार को राजधानी में मीडिया से चर्चा में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भोपाल में दिए गए बयान को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा सवाल उठाने पर कहा, राहुल गांधी ने बारात के घोड़े उन नेताओं के लिए कहा, जो हमेशा सत्ता की सवारी करना चाहते हैं। ऐसे लोग ही सिंधिया के साथ भाजपा में चले गए। जिन्हें लंगड़े घोड़े कहा गया, वे लोग हैं जिन्हें कांग्रेस ने सब कुछ दिया, लेकिन संघर्ष के समय पार्टी को छोड़ गए। उन्होंने जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दावा करते हैं कि उन्होंने भारत को धमकाकर सीजफायर कराया, तब प्रधानमंत्री मौन क्यों रहते हैं? पटवारी ने पुलिस कांस्टेबल भर्ती घोटाले का जिक्र करते हुए कहा, एमपी-पीएससी अब भ्रष्टाचार भर्ती विभाग बन गया है। कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के माध्यम से फर्जी उम्मीदवारों को बैठाया गया। अब तक 16 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई होती नहीं दिख रही। इससे पहले पटवारी भर्ती, प्राथमिक शिक्षक भर्ती, और कई अन्य परीक्षाओं में भी यही पैटर्न रहा है।
अगले माह से सेहतमंद गांव, 2000 डॉक्टर तैनात
डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे प्रदेश के दूरस्थ इलाकों में प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जुलाई से दो हजार डॉक्टरों की सेवाएं मिलेंगी। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों से एमबीबीएस और पीजी करने वाले बंध-पत्र डॉक्टरों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी। विभाग ने बंधपत्र डॉक्टरों से नियुक्ति स्थल के लिए पोर्टल के जरिए 30-30 विकल्प मांगे हैं। डॉक्टर 12 जून तक विकल्प पोर्टल पर बता सकेंगे। इसके बाद पोर्टल बंद कर दिया जाएगा। जुलाई माह में इनकी नियुक्ति कर दी जाएगी। कॉलेजों में एमबीबीएस में प्रवेश लेते समय छात्रों को 10 लाख रुपए का ग्रामीण सेवा बॉण्ड भरना होता है। इसके तहत एमबीबीएस और इंटर्नशिप पूरी होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में 1 साल चिकित्सा सेवा देना अनिवार्य है। पीजी छात्रों के लिए अवधि 5 साल तक है। ऐसा न करने पर 10 लाख जमा करने होते हैं।
दिग्गी बोले- संगठन में जितनी होगी सादगी, उनकी ही सुदृढ़ता
मंच पर न बैठने का संकल्प लेने वाले राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह बोले-कांग्रेस को कार्यकर्ताओं के बीच रहना होगा। उन्हें विश्वास व हौसला चाहिए। संगठन में जितनी सादगी होगी, उतनी सुदृढता आएगी। सोशल मीडिया पर राहुल व महात्मा गांधी का उदाहरण देते मंच पर न बैठने का कारण बताया। बोले-कार्यकर्ताओं से दूरी न हो, इसलिए मैंने 2018 में पंगत में संगत में भी मंच से परहेज किया था। 2018 में अध्यक्ष रहते राहुल नीचे बैठे। असहयोग आंदोलन में महात्मा गांधी जमीन पर ही बैठते थे।