बिच्छू राउंडअप/भारत दौरा: अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन करेंगे एलॉन मस्क के पिता

  • रवि खरे

भारत दौरा: अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन करेंगे एलॉन मस्क के पिता
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलॉन मस्क के पिता एरोल मस्क जून में भारत दौरे पर आ सकते हैं। यहां वे अयोध्या के श्रीरामलला मंदिर पहुंचकर दर्शन करेंगे। मीडिया रिपोट्र्स और इंडस्ट्री सूत्रों के मुताबिक, एरोल मस्क का यह दौरा बिजनेस मीटिंग्स के साथ भारत की सांस्कृतिक विरासत से भी जुड़ा है। बताया जा रहा है कि वह घरेलू ईवी चार्जिंग कंपनी सर्वोटेक के ग्लोबल एडवाइजरी बोर्ड में शामिल होने के बाद भारत आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, एरोल मस्क की अयोध्या यात्रा इस दौरे की सबसे खास बात मानी जा रही है। वे राम जन्मभूमि पर निर्मित भव्य श्रीराम मंदिर में दर्शन कर श्रीरामलला का आशीर्वाद लेंगे। यह यात्रा एरोल मस्क के भारत के सांस्कृतिक मूल्यों और अध्यात्म के प्रति सम्मान को दर्शाती है। एरोल मस्क देश के शीर्ष नीति-निर्माताओं, निवेशकों और उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों से मुलाकात करेंगे। बता दें कि एरोल मस्क हाल ही में भारत की घरेलू कंपनी सर्वोटेक पावर के ग्लोबल एडवाइजरी बोर्ड से जुड़े हैं। कंपनी भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और सोलर एनर्जी के क्षेत्र में काम करती है। एरोल मस्क की इस बोर्ड में नियुक्ति को भारत में ग्रीन टेक्नोलॉजी और ईवी सेक्टर को वैश्विक स्तर पर मजबूती देने की दिशा में अहम माना जा रहा है। भारत आगमन के बाद एरोल मस्क सबसे पहले राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में रुकेंगे, जहां वे कई मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा निवेशकों और उद्योगपतियों से भी मुलाकात करेंगे।

सेंसेक्स 279 अंक चढक़र 81,591 पर कारोबार कर रहा, निफ्टी में 50 अंक का उछाल
भारतीय शेयर बाजार आज गुरुवार को बढ़त के साथ खुला है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स आज 279 अंक की बढ़त के साथ 81,591 पर खुला। शुरुआती कारोबार में यह 479 अंक की बढ़त के साथ 81,753 पर ट्रेड करता दिखाई दिया। सेंसेक्स पैक के 30 शेयरों में से 2 शेयर लाल निशान पर और 28 शेयर हरे निशान पर ट्रेड करते दिखाई दिए। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी शुरुआती कारोबार में 0.47 फीसदी या 116 अंक की बढ़त लेकर 24,866 पर ट्रेड करता दिखा। इस समय एनएसई पर ट्रेडेड 2312 शेयरों में से 1569 शेयर हरे निशान पर, 673 शेयर लाल निशान पर और 70 शेयर बिना किसी बदलाव के ट्रेड करते दिखे। सेंसेक्स पैक के शेयरों की बात करें, तो सबसे अधिक तेजी इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, कोटक बैंक, अडानी पोट्र्स, आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एक्सिस बैंक में देखने को मिली।

घुसपैठियों पर भारत के एक्शन से बौखलाया बांग्लादेश… एंट्री देने से किया इनकार
भारत द्वारा अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजने की कार्रवाई पर बांग्लादेश के नेताओं और सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ी आपत्ति जताई है। बांग्लादेश ने इसे अपनी संप्रभुता पर हमला और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। दरअसल, बुधवार को भारत ने 67 बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजा, जबकि बुधवार सुबह 13 लोग भारत-बांग्लादेश सीमा के जीरो लाइन पर फंसे रहे। बांग्लादेश सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 26 मई को गीदड़भभकी देते हुए कहा कि भारत द्वारा अवैध नागरिकों को धकेलना स्वीकार्य नहीं है और यदि आवश्यकता पड़ी तो सेना भी कार्रवाई के लिए तैयार है। 2016 में तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में जानकारी दी थी कि भारत में लगभग 2 करोड़ बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं। इस वर्ष 30 अप्रैल तक लगभग 100 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को बीएसएफ ने बांग्लादेश सीमा सुरक्षा बल को सौंपा है। हालांकि, बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक 7 मई के बाद से 800 से ज्यादा लोगों को जबरन सीमा पार भेजा गया है, जिनमें भारतीय नागरिक और रोहिंग्या शरणार्थी भी शामिल हैं।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को ट्रंप की चेतावनी, विदेशी छात्रों की संख्या 15 फीसदी तक सीमित करें
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी लगातार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन के निशाने पर है। ताजा घटनाक्रम में राष्ट्रपति ट्रंप ने सख्त संदेश दिया है कि हार्वर्ड को उनके प्रशासन के नियमों अनुसार ही चलना होगा। उन्होंने अपने कहा है कि हार्वर्ड को अपने यहां पढऩे वाले विदेशी छात्रों की संख्या 15 फीसदी तक सीमित करनी होगी। इससे अमेरिका के छात्रों को एडमिशन मिलने में आसानी होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को सरकार के सामने विदेशी छात्रों की पूरी लिस्ट भी पेश करनी चाहिए। दरअसल, ओवल ऑफिस में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, हार्वर्ड को विदेशी छात्रों के दाखिले पर 15त्न की सीमा लगानी चाहिए। साथ ही हार्वर्ड प्रशासन को विदेशी छात्रों की मौजूदा लिस्ट सरकार को सौंपनी चाहिए। हार्वर्ड प्रशासन को अब सुधर जाना चाहिए। वह हमारे देश के साथ बहुत अपमानजनक व्यवहार कर रहा है और हर दिन खुद को मुश्किल में डालता जा रहा है।

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