
व्यापम घोटाले के मुख्य आरोपी सुधीर शर्मा को मिली क्लीनचिट
मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत व न्यायमूर्ति विवेक जैन की युगलपीठ ने बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले के मुख्य आरोपित सेंटर फार रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफारमेंस (क्रिस्प) के तत्कालीन अध्यक्ष सुधीर शर्मा के खिलाफ दर्ज सभी चार एफआईआर को रद कर दिया है। यह घोटाला तत्कालीन शिवराज सरकार के दौरान के राज्य की कई सरकारी भर्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं से जुड़ा है। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि सीबीआई द्वारा प्रस्तुत चार्जशीट में कहीं भी यह नहीं पाया गया कि शर्मा द्वारा कोई भी आर्थिक लाभ लिया गया हो। इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2012, पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2012, संविदा शाला शिक्षक वर्ग-2 परीक्षा 2011 और वन रक्षक भर्ती परीक्षा 2013 में आरोपित बनाया गया था। सीबीआई ने चार्जशीट पेश की थी। उसी के विरुद्ध हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। अधिवक्ता कपिल शर्मा ने दलील दी कि राजनीतिक दुर्भावना के चलते शर्मा का नाम घोटाले में घसीटा गया।
उपवास में सभी भोग निषेध, रात में न तोड़ें व्रत: शंकराचार्य सदानंद सरस्वती
अधिकांश सनातनी उपवास रात में तोड़ते हैं, जो शास्त्रीय परंपराओं के विपरीत है। यह बात नवदुनिया के सवाल, पर द्वारका शारदा पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज ने जवाहर चौक झरनेश्वर मंदिर में कही। उन्होंने कहा कि व्रत एक सूर्योदय से दूसरे सूर्योदय तक रखना चाहिए। शंकराचार्य ने एक श्लोक के माध्यम से कहा जो व्यक्ति पापों से निवृत्त होकर सगुणों के साथ वास करता है, वहीं ज्ञानयुक्त सच्चा उपवास करता है, जो सभी भोगों से रहित होता है। बता दें कि द्वारका शारदा पीठ के जगदुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज ने अपने तीन दिवसीय भोपाल प्रवास पर आए हैं। स्वामी सदानंद महाराज ने कहा कि उपवास में सभी भोग का निषेध किया गया है, इसलिए जब हम भोजन करते हैं तो भोजन के दो फल होते हैं रजोगुणी स्वभाव और तमोगुणी। कैसा भोजन करते हैं उस पर हमारी मनोवृत्ति का निर्माण होता है। फलहार में सत्त्वगुण होते हैं और अन्न में राजोगुण होता है। फलाहार में सत्त्वगुण होने के कारण फलाहार का विधान किया गया।
कांग्रेस विधायक सुरेंद्र सिंह बघेल पर दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज
कुक्षी से कांग्रेस के विधायक और पूर्व मेक्षी सुरेंद्र सिंह हनी बघेल के विरुद्ध भोपाल के महिला थाने में दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला हनी सिंह की बहू और उनके छोटे भाई देवेंद्र सिंह बघेल की पत्नी काम्या सिंह बघेल की शिकायत पर दर्ज हुआ है। देवेंद्र और काम्या का विवाह 2018 में हुआ था। दोनों की दो जुड़वा बेटियां भी हैं। शिकायत में काम्या ने बताया कि शादी के बाद से उनके पति देवेंद्र, सास चंद्रकुमारी सिंह, जेठ सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, भाभी शिल्पा सिंह और ननद शीतल दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त करते रहे हैं। उनके पिता शादी के समय महंगी कार समेत कई कीमती वस्तुएं दहेज में दे चुके थे, लेकिन वे दहेज में लग्जरी कार मांगते हैं। वहीं कार नहीं देने पर उनसे कई बार मारपीट की गई है। इसे लेकर काम्या ने पिछले दिनों रातीबड़ थाने में शिकायत की थी। 13 मई को महिला थाने में एफआइआर दर्ज कर ली गई। काम्या सिंह बघेल ने बताया कि ससुराल से प्रताडि़त होने पर कई महीनों से वह माता-पिता के साथ रह रही हैं। तलाक नहीं होने से पति देवेंद्र बेटियों के पढ़ाई का खर्च कभी-कभार देते थे। फरवरी 2015 को जेठ हनी बघेल ने कुछ लोगों को भोपाल भेजकर देवेंद्र को गायब कर दिया है।
कांग्रेस विधायक मिश्रा का आरोप, तबादलों की आड़ में चंदा उगाही
राज्य में तबादलों के दौर के चलते कांग्रेस ने तबादला नीति पर ही सवाल उठाए हैं। सेमरिया से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्थानांतरण नीति में जातिवाद, वोटबैंक की राजनीति और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। दावा किया कि खुद उन्हें जानबूझकर एक महत्त्वपूर्ण बैठक से बाहर रखा गया। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के पास अब जनहित के मुद्दे नहीं बचे, इसलिए स्थानांतरण जैसे प्रशासनिक औजारों को बदले और नियंत्रण की राजनीति में इस्तेमाल कर रही है। आरोप लगाया कि तबादलों की आड़ में चंदा उगाही हो रही है। सेमरिया क्षेत्र में कुछ दिनों से वसूली अभियान चलाया जा रहा है जो राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है।