नेपियन क्षेत्र से कार्नी लड़ेंगे आम चुनाव

कार्नी

टोरंटो। कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने पहली बार संसद में पहुंचने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। शनिवार को लिबरल पार्टी ने एलान किया कि कार्नी ओटावा क्षेत्र के एक जिले से चुनाव लड़ेंगे। कनाडा में 28 अप्रैल को मतदान होना है। इस बार कनाडा चुनाव में व्यापार युद्ध और डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा को अपना राज्य बनाने के मुद्दे अहम होंगे। लिबरल पार्टी ने कहा कि कार्नी ओटावा के उपनगरीय क्षेत्र नेपियन से चुनाव लड़ेंगे। कार्नी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि ओटावा में उन्होंने अपने परिवार का पालन-पोषण किया और अपना करियर सार्वजनिक सेवा के लिए समर्पित किया। उन्होंने पहले कनाडा के केंद्रीय बैंक के प्रमुख और उससे पहले इसके डिप्टी के रूप में कार्य किया। कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स में 343 सीटों के लिए चुनाव अभियान 37 दिनों तक चलेगा। कार्नी ने 14 मार्च को कहा था कि संकट के समय में सरकार को एक मजबूत और स्पष्ट जनादेश की आवश्यकता है। सीबीसी के पोल ट्रैकर के अनुसार, आम चुनाव में वर्तमान पीएम मार्क कार्नी दोबारा सत्ता में लौट सकते हैं। उनके नेतृत्व वाली लिबरल पार्टी 37.7 प्रतिशत के साथ आगे चल रही है, जबकि कंजर्वेटिव 37.4 फीसदी समर्थन के साथ उनसे पीछे हैं।

कार्नी ने 14 मार्च को कनाडा के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने तब देश की बागडोर संभाली जब कनाडा कई मोर्चों पर संकटों का सामना कर रहा था। प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में कार्नी ने कहा था कि हम एक ऐसी सरकार बना रहे हैं जो इस समय की चुनौतियों का सामना कर रही है। उन्होंने बिना अमेरिका का नाम लिए अपने इरादे साफ कर दिए थे। उन्होंने कहा था कि कनाडाई लोग कार्रवाई की उम्मीद करते हैं और उनकी टीम यही करेगी। उन्होंने कहा था कि अभी, हम एक ऐसी सरकार बना रहे हैं जो हमारे देश की सबसे ज्यादा जरूरतें पूरी करेगी। हम इस संकट के दौरान कनाडाई लोगों की रक्षा करेंगे और भविष्य के लिए एक मजबूत अर्थव्यवस्था का निर्माण करेंगे। उन्होंने कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने के ट्रम्प के बार-बार सुझाव को भी खारिज कर दिया था।

जब तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा पर टैरिफ नहीं लगाने का एलान किया था कि तब तक विपक्षी कंजर्वेटिवों को उम्मीद थी कि वह आम चुनाव में ट्रुडो को मात दे देंगे। कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोलीवरे प्रमुख चेहरा हैं। वे कनाडा के संघीय चुनाव में भारी जीत की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन ट्रंप की व्यापार और विलय की धमकियों ने उन्हें पटरी से उतार दिया। पोलीवरे एक पेशेवर राजनीतिज्ञ हैं। वे कहते हैं कि वे कनाडा को सबसे पहले रखेंगे। उनकी पार्टी ने घोषणा की है कि वह अपने अभियान बसों और विमानों में मीडिया को अनुमति नहीं देगी।

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