सरकार को इसी सप्ताह करना होगा निर्वाचन आयुक्त का फैसला

निर्वाचन आयुक्त
  • 31 दिसंबर को हो जाएगा कार्यकाल समाप्त

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश में अगला राज्य निर्वाचन आयोग आयुक्त कौन होगा इसका फैसला इसी सप्ताह सरकार को करना होगा। इसकी वजह है मौजूदा आयुक्त बंसत प्रताप सिंह का कार्यकाल इसी हफ्ते 31 दिसंबर को पूरा होना। वे फिलहाल छह माह की अतिरिक्त कार्यावधि के तहत बतौर आयुक्त काम कर रहे हैं।  इसके बाद उनका कार्यकाल स्वतः: समाप्त हो जाएगा, इसलिए सरकार को इस पद पर मुख्य सचिव वेतनमान के सेवानिवृत्त नए अधिकारी को पदस्थ करना होगा। इस पद के लिए तो वैसे कई अफसर दावेदार बने हुए हैं , लेकिन सेवानिवृत्ति के तीन माह बाद भी पूर्व मुख्य सचिव वीरा राणा का नाम अब भी चर्चा में बना हुआ है। इनके अलावा जो अन्य नाम चचा में हैं उनमें बीते माह ही सेवा निवृत्त हुए मलय श्रीवास्तव, अशीष उपाध्याय, पकंज राग और अगले माह सेवानिवृत होने वाले पंकज राग का नाम प्रमुख रुप से शामिल हैं। दरअसल मौजूदा आयुक्त बसंत प्रताप सिंह का कार्यकाल 30 जून को समाप्त होने के बाद छह माह के लिए बढ़ा दिया गया था। इस बीच जग ततकालीन मुख्य सचिव वीरा राणा सेवानिवृत्त हो रही थीं, तब उनका राज्य निर्वाचन आयोग आयुक्त बनना तय माना जा रहा था। उनके सेवानिवृत्त होने के एक दिन पहले राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद की जिम्मेदारी संभाल रहे बीपी सिंह ने भी खुद इस जिम्मेदारी से मुक्त घोषित करते हुए स्टाफ को हाई टी की पार्टी भी दे दी थी। सिंह का कार्यकाल 30 जून को खत्म होते ही राज्य शासन ने अगले आदेश तक उन्हें इस पद पर बने रहने के निर्देश जारी किए थे। इसके बाद से ही वे आयुक्त पद पर बने हुए हैं। श्री सिंह की  छह माह की अतिरिक्त कार्यावधि 31 दिसंबर को समाप्त हो रही है, इसलिए सरकार को इसके पहले ही नियुक्ति करनी होगी। इसके लिए पूर्व मुख्य सचिव के नामों पर विचार किया जा रहा है। उधर, विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष एसपीएस परिहार का कार्यकाल भी तीन जनवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। नियमानुसार तीन माह पूर्व शासन को प्रक्रिया करनी चाहिए ताकि पहले ही नियुक्ति हो जाए। इसके लिए ऊर्जा विभाग आवेदन बुलवा चुका है। इसमें अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने आवेदन किए हैं। समिति इन पर विचार करके निर्णय लेगी। वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के उपाध्यक्ष सचिन चतुर्वेदी और प्रभारी कार्यपालन अधिकारी और मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी लोकेश शर्मा त्यागपत्र दे चुके हैं। यहां भी मुख्य सचिव वेतनमान के अधिकारी को नियुक्त की जानी है। इन रिक्त होने या रिक्त चल रहे पदों को लेकर नामों पर अभी मंथन का दौर चल रहा है। माना जा रहा है कि नए साल में इन सभी पदों पर नए चेहरों को नियुक्त कर दिया जाएगा।

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