यह साल तोड़ सकता है गर्मी का रिकॉर्ड

  • सुमन कांसरा
गर्मी का रिकॉर्ड

क्या होगा 2024 का भविष्य। क्या यह  2023 से भी अधिक भयंकर हो सकता है। 2024 इस बार 2023 के भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दे, यह हमारी नहीं यूएन की चेतावनी है। अब तक का धरती का सबसे गर्म साल भी बन सकता है 2024। एल नीनो की चेतावनी भी वैसे ही है, जो 2023 में थी। जिसकी वजह से 2023 अब तक का सबसे गर्म साल माना गया। जितनी तबाही 2023 में मौसम के विपरीत प्रभाव की वजह से दुनिया ने देखी 2024 और भी खराब नजारे दिखाएगा।
इसका नजारा तो हमको 1 जनवरी 2024 को ही देखने को मिल गया आधी दुनिया को हिला दिया भूकंप के झटके ने। हम केवल जापान के भूकंप के बारे में जानते हैं ,पर क्या आप जानते हैं कि उस दिन सिर्फ जापान में ही नहीं दुनिया के और बहुत सारे हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए । जापान के अलावा हवाई, अलास्का, कैलिफोर्निया,  फिजी, इंडोनेशिया, चिल्ली, टेक्सस रसिया और आइसलैंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए इसके साथ-साथ सुनामी की वार्निंग भी थी। 2023 दिसंबर में आइसलैंड में वोल्केनो और ईरप्शन से पहले एक हफ्ते में 1400 भूकंप  के झटके महसूस किए गए, जिसकी वजह से आइसलैंड की धरती फट गई और वहां से 4000 लोगों को विस्थापित किया गया। इसके अलावा ईरप्शन के बाद आइसलैंड की हालत अभी भी काफी खराब है यह तो एक छोटे से आइसलैंड की बात है, पर वोल्कानो ईरप्शन और भी बहुत देशों जैसे इंडोनेशिया जापान और पीरु में लगातार हो रहे हैं मौसम को खराब करने में इनका बहुत बड़ा रोल है।
2023 में हुए नेचुरल डिजास्टर ने दुनिया को हिला के रख दिया था । यूरोप में भयंकर हीटवेव जिसका टेंपरेचर 43 डिग्री से भी ज्यादा पहुंच गया । चक्रवर्ती तूफान, भयंकर बारिश बाढ़ और सूखे की वजह से जंगलों में भयंकर आग। ऑक्सीजन की कमी से मछलियों के मरने के वीडियो हमने बहुत देखे। 10000 से भी ज्यादा एंपरर पेंगुइन के बच्चों के मरने का जिम्मेदार बर्फ का टाइम से पहले पिघलना था । उनके वाटरप्रूफ पंखों के उगने से पहले ही बर्फ पिघल गई, जिसकी वजह से 10000 बच्चे  मौत के काल में चले गए। यह बहुत प्यार से दिखने वाले जानवर बहुत कम तादाद में हमारे पास रह गए हैं।
2023 में लीबिया, म्यांमार, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने भयंकर बारिश की वजह से बाढ़ को झेला और दूसरी तरफ साउथ अमेरिका साउथ अफ्रीका ब्राजील ने सूखे की मार से जंगलों में भयंकर आग को झेला ।  कनाडा के जंगलों में लगी भयंकर आग ने इतनी तबाही मचाई कि न्यूयॉर्क तक इस आग की वजह से पीले धुएं से लोगों को सांस लेने में बहुत प्रॉब्लम होने लगी। बहुत दिनों तक आसमान पर यह धुंआ छाया रहा, जिससे बहुत लोगों को सास की बीमारी और बहुत तरह की परेशानियां झेलनी पड़ी। अमेजॉन का एक हिस्सा पूरी तरह सूख गया जो की एक बहुत भयंकर चेतावनी है, आने वाले समय के लिए। न सिर्फ गर्मी बल्कि सर्दी का मौसम भी बहुत ज्यादा ठंड की वजह से बहुत परेशान कर रहा है।  यह एक्सट्रीम वेदर की एक एग्जांपल है कि चीन ने 2023 में- 53 डिग्री टेंपरेचर भी झेला। ठीक 6 महीने बाद 52.2 डिग्री टेंपरेचर भी देखा, अति गर्मी और अति सर्दी की वजह से दोनों ही एक्सट्रीम वेदर लोगों की परेशानी का सबब बनते हैं। यह एक्सट्रीम वेदर वेदर साइंटिस्ट को भी बहुत परेशान करते हैं । मौसम को समझने में उनको बहुत कठिनाई आती है। यही वजह है कि पिछले साल को देखते हुए उस नेशनल ओशनिक और एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने प्रिडिक्ट किया है की 2024 पिछले सभी सालों का रिकॉर्ड तोड़ेगा दुनिया की सभी सरकारों को इसकी वजह से आने वाली अनेक परेशानियों से जूझने के लिए तैयार रहना पड़ेगा ताकि, जानोमाल का कम से कम नुकसान हो।

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