नवाज शरीफ की लंदन से पाकिस्तान लौटने की संभावना

नवाज शरीफ

इस्लामाबाद। शहबाज शरीफ का कार्यकाल खत्म होने के बाद पाकिस्तान में इन दिनों कार्यवाहक प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार चल रही है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में आम चुनावों के मद्देनजर संभावना जताई जा रही है लंदन में इलाज करा रहे नवाज शरीफ 15 अक्टूबर को पाकिस्तान लौट सकते हैं। माना जा रहा है वह चुनावों के दौरान अपनी पार्टी की कमान संभालेंगे। नवाज शरीफ नवंबर 2019 से ब्रिटेन में स्व-निर्वासित निर्वासन में रह रहे हैं। उन्हें 2018 में अल-अजीजिया मिल्स और एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामलों में दोषी ठहराया गया था। वह अल-अजीजिया मिल्स मामले में लाहौर की कोट लखपत जेल में सात साल की कैद की सजा काट रहे थे, इससे पहले कि उन्हें 2019 में चिकित्सा आधार पर लंदन जाने की अनुमति दी गई थी। वह इलाज का बहाना बनाकर विदेश भाग गए थे और तब से वहीं रह रहे हैं।

डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, शहबाज ने लंदन में मीडियाकर्मियों को बताया कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो अक्तूबर में पाकिस्तान लौटेंगे। इस दौरान नवाज भी उनके बगल में मौजूद थे। इससे पहले इस महीने की शुरुआत में शहबाज ने कहा था कि लंबित मामलों का सामना करने और आम चुनावों में पार्टी के अभियान का नेतृत्व करने के लिए नवाज शरीफ सितंबर में पाकिस्तान लौटेंगे।

सूत्रों के मुताबिक, अक्तूबर के मध्य की तारीख नवाज शरीफ, शहबाज शरीफ और लंदन में करीबी परिवार के सदस्यों द्वारा तय की गई है। इस महीने की शुरुआत में, पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज ने कहा था कि उनके भाई नवाज अपने लंबित अदालती मामलों का सामना करने और आम चुनाव के लिए पार्टी के अभियान का नेतृत्व करने के लिए सितंबर में पाकिस्तान लौटेंगे।

रिपोर्ट में सूत्र के हवाले से कहा गया है कि नवाज शरीफ की वापसी की तारीख तय करते समय मौसम की गंभीरता को ध्यान में रखा जा रहा है। इसमें और बदलाव हो सकता है, लेकिन फिलहाल 15 अक्तूबर की तारीख अंतिम है और इसके आसपास ही आगे की चर्चा होगी। शरीफ परिवार के कुछ वफादारों ने नवाज को अपनी यूरोप और मध्य पूर्व यात्रा समाप्त करने के तुरंत बाद पाकिस्तान आने की सलाह दी, जो तीन महीने पहले शुरू हुई और तीन सप्ताह पहले उनके लंदन पहुंचने पर समाप्त हुई।

इन अटकलों से पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के पार्टी नेताओं की बैठक हुई थी, जिसमें नवाज शरीफ की वापसी का मुद्दा रखा गया था, जिसको लेकर कुछ सदस्यों ने सहमति दी कि पूर्व पीएम नवाज को आम चुनाव से पहले पाकिस्तान से लौट आना चाहिए। वहीं, कुछ ने असहमति जाहिर की थी जिसमें कहा गया था कि नवाज शरीफ को अभी वहीं रहना चाहिए क्योंकि उन पर भ्रष्टाचार का मामला चल रहा है।

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