
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। इंदौर जिले की इंदौर-2 विधानसभा सीट करीब 30 साल से भाजपा के पास है, यहां से रमेश मेंदोला लगातार तीन बार चुनाव जीतने में सफल रहे। इस सीट पर करीब सवा तीन लाख मतदाता हैं और शहरी इलाके में बसपा और सपा जैसी पार्टियों का जनाधार ना के बराबर है। इंदौर-2 सीट से भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी 3 बार विधायक रह चुके हैं और मेंदोला को उनका करीबी माना जाता है। दिलचस्प बात यह भी है कि यहां मेंदोला को पार्टी के अंदर भी कोई चुनौती मिलती दिखाई नहीं देती। वर्ष 2013 का विधानसभा चुनाव तो मेंदोला रिकार्ड 91 हजार से अधिक मतों से जीते थे। इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक- दो अब बंद कपड़ा मिलों के अतीत के निराशाजनक निशानों से उबरता जा रहा है। किसी समय यह इलाका मिल क्षेत्र कहलाता था। श्रमिक बस्तियों में पसरी गंदगी अब स्वच्छता में बदल चुकी है। पानी की कमी को नर्मदा से पूरा किया जा रहा है। सडक़ों को बेहतर कर दिया गया है। समृद्धि की इस तस्वीर के बावजूद यहां का स्याह पक्ष भी है। क्षेत्र में बंद कपड़ा मिलों के अवशेष और जमीन वीरान पड़ी है। भाजपा हो या कांग्रेस दोनों पक्षों के नेता मिल के श्रमिकों को वोट बैंक मानकर उनको मुआवजा दिलाने का वादा करते तो दिखते हैं, लेकिन अब तक हासिल कुछ नहीं हुआ। विधायक मेंदोला भी उनके लिए कुछ खास नहीं कर पाए। इंदौर मिल मजदूर संघ इंटक के नेता हरनामसिंह धारीवाल कहते हैं, हुकुमचंद मिल बंद होने पर इसके 5895 श्रमिकों की ग्रेच्युटी, क्षतिपूर्ति और बकाया वेतन के 229 करोड़ रुपये हाई कोर्ट ने मंजूर किए गए थे, लेकिन राज्य सरकार इसे देने में भी आनाकानी कर रही है।
विकास के अपने-अपने दावे
विधानसभा क्षेत्र में विकास की बात पर विधायक रमेश मेंदोला का कहना है कि विकास के मामले में इंदौर का एक नंबर विधानसभा क्षेत्र है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक़, पानी हर मामले में यहां कई काम हुए हैं। स्कीम- 54 में हम नया स्पोट्र्स काम्प्लेक्स बनाने जा रहे हैं। सौ बेड का नया अस्पताल मंजूर हो चुका है। परदेशीपुरा में जगह देखी जा रही है। हर वार्ड में संजीवनी क्लिनिक खुलेंगे। इलेक्ट्रॉनिक और रेडिमेड कॉम्प्लेक्स में कई युवाओं को रोजगार मिल रहा है। क्षेत्र में तीन सीएम राइज स्कूल होने जा रहे हैं ,इनमें से एक शुरू हो चुका है। आगे भी विकास को लेकर कई योजनाएं है। वहीं कांग्रेस नेता चिंटू चौकसे का कहना है कि नलों से गंदा पानी आ रहा है। क्षेत्र में नशाखोरी, गुंडागर्दी हावी है। भाजपा नेताओं की रैलियों में गुंडे शामिल होते हैं और बाद में इंटरनेट मीडिया पर अपने फोटो शेयर करते हैं। कई युवा यहां बेरोजगार हैं, उनके रोजगार के कोई साधन नहीं है। अटल खेल परिसर बनाया जरूर है, लेकिन उसे प्राइवेट लिमिटेड बना रखा है। बीमा अस्पताल कांग्रेस की सरकार के समय मंजूर हुआ था।
क्षेत्र की बदली तस्वीर
कुलकर्णी का भट्टा की पुलिया अब फोरलेन पुल में बदल चुकी है। मिल क्षेत्र का पिछड़ापन पीछे छोड़ यह इलाका मेट्रो ट्रेन का सफर करने को आतुर है। चंद्रगुप्त चौराहा, सुखलिया, विजय नगर से गुजरने वाली मेट्रो से विधानसभा क्रमांक-दो को पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बड़ी सुविधा मिलने वाली है। इसी विधानसभा क्षेत्र में विजय नगर और एबी रोड पर सितारा होटलों व माल की चकाचौंध के साथ आधुनिकता का वैभव भी पसरा है। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट और प्रवासी भारतीय सम्मेलन जैसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन भी इसी इलाके में स्थित ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में हुए हैं। क्षेत्र के रहवासी इसे गर्व से बताते हैं। कई बड़े अस्पताल भी यहीं हैं। बहरहाल धार्मिक कथाओं, भंडारों के आयोजनों से चुनावी प्रबंधन करने वाले विधायक मेंदोला को भी लगने लगा है कि अब केवल इससे काम चलने वाला नहीं। इसीलिए अब वे विकास की बड़ी योजनाओं पर काम कर रहे हैं। विपक्षी उन पर गुंडों बढ़ावा देने का आरोप लगाते हैं, लेकिन वे इसकी परवाह नहीं करते।
दिख रहा भरपूर विकास
विधानसभा क्षेत्र में भरपूर विकास दिख रहा है। विजय नगर जैसे पाश इलाकों के साथ ही नंदा नगर, नेहरू नगर, परदेशीपुरा, सुखलिया जैसे रहवासी क्षेत्र में सडक़ों की हालत बेहतर है। नंदानगर शासकीय आइटीआई का स्वरूप काफी बड़ा हो रहा है। यहां नया भवन बनकर तैयार हो गया है। इसमें नए ट्रेड भी खोले जाएंगे। कर्मचारी राज्य बीमा अस्पताल वैसे तो केंद्र सरकार की योजना है, लेकिन इसके 500 करोड़ के नए प्रोजेक्ट को भी विधायक गिनाना नहीं भूलते। दो नंबर विधानसभा क्षेत्र में खेल गतिविधियों के लिए खिलाडिय़ों को अटल खेल परिसर जैसी बड़ी खेल सुविधा दी गई है। एमआर-10 ब्रिज के पास आइएसबीटी भी निर्माण के अतिम दौर में है। यहीं से मेट्रो दो नंबर विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश करने वाली है।