
हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को भोपाल में भाजपा के कोर ग्रुप नेताओं के साथ बैठक की। करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में अमित शाह ने चुनावी जंग फतह करने की रूपरेखा बनाई। बैठक के पहले, बैठक के दौरान और बैठक के बाद जो संदेश निकला उससे साफ हो गया है कि मप्र में चुनाव का पूरा कंट्रोल अमित शाह के पास रहेगा। वहीं चुनावी मैदान में पांच चेहरे अहम भूमिका निभाएंगे। इनमें नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते और कैलाश विजयवर्गीय को अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। बैठक के दौरान अमित शाह ने मध्य प्रदेश चुनाव से जुड़ी कमेटियां बनाने पर भी विचार-विमर्श किया। चुनाव प्रबंधन कमेटी, मेनिफेस्टो कमेटी बनाने पर भी सहमति बन गई है। माना जा रहा है कि केंद्रीय नेताओं को मध्य प्रदेश चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी सकती है, जिनमें उन्हें अलग-अलग कमेटियों में जगह देने की रणनीति है।
मप्र की चुनावी कमान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संभाल ली है। इसके साथ ही संदेश दे दिया गया है कि प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव ही विधानसभा चुनाव के पावर सेंटर होंगे। अमित शाह ने राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों की तैयारियों का जायजा लिया। राज्य की 150 सीटों पर खास फोकस करने की रणनीति बनाई है। इन सीटों पर पार्टी ने अभी तक क्या काम किया है और विपक्ष ने क्या तैयारी की है, इस पर मंथन किया है। विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से फीडबैक लेकर अमित शाह भोपाल दौरे पर आए थे। इसलिए उन्होंने हर एक पहलू पर बात की। राज्य की सभी सीटों पर मंथन किया। इस दौरान राज्य की कमजोर और मजबूत सीटों को लेकर अमित शाह ने अलग-अलग रणनीति बनाने की बात कही है। बैठक के दौरान भाजपा नेताओं के बीच बेहतर तालमेल बैठाने की भी बात अमित शाह ने कही है। जमीनी स्तर पर मजबूती और आक्रमता के साथ कांग्रेस की रणनीति को काउंटर करने की दिशा निर्देश दिया। इसके अलावा राष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया, जिसमें समान नागरिक संहिता से जुड़े मुद्दे पर बात हुई। अमित शाह के साथ बैठक में भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव, शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा, नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, फग्गन सिंह कुलस्ते, मुरलीधर राव, हितानंद शर्मा और नरोत्तम मिश्रा मौजूद रहे।
भूपेंद्र-अश्विनी ही पॉवर सेंटर
अमित शाह ने बैठक में साफ संदेश दिया कि मप्र में 2023 के विधानसभा चुनाव तक प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव ही पॉवर सेंटर होंगे। मप्र की चुनावी तैयारी, अभियान, प्रबंधन के साथ अन्य मामलों में यादव और वैष्णव ही समन्वय करेंगे और दिल्ली से संपर्क में रहेंगे। यादव और वैष्णव एक सप्ताह के अंदर फिर मप्र आ सकते हैं। शाह का भी 30 जुलाई को आना तय हो गया है। बैठक के दौरान यादव और वैष्णव शाह के अगल-बगल ही बैठे। बाद में भी दोनों शाह के साथ ही वापस गए। साफ है कि दोनों अब मप्र में डेरा जमाएंगे। इससे पहले शाह ने मप्र के नेताओं से अलग-अलग मुद्दों पर बात की। बैठक में चुनाव अभियान समिति, प्रबंध कमेटी और मेनिफेस्टो के साथ अन्य कमेटियों पर सहमति बनी। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रहलाद पटेल को अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। इनकी घोषणा जल्द होगी।
आदिवासी वोटों पर फोकस
अमित शाह की बैठक में साफ तौर पर भाजपा नेताओं को संदेश दे दिया गया है कि आदिवासी समुदाय को वोटों पर खास तौर पर फोकस किया जाए। राज्य में करीब 21 फीसदी आदिवासी समुदाय की आबादी है, जो किसी भी दल का खेल बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखते हैं। ऐसे में भाजपा आदिवासी वोटों को साधकर चुनाव जंग फतह करने की रणनीति पर काम कर रही है। सूत्रों की माने तो अमित शाह ने बैठक के दौरान कहा कि राज्य में आदिवासी समुदाय के बीच पूरी ताकत के साथ काम किया जाना चाहिए। साथ ही आदिवासी समुदाय के मामले सामने आने पर भी सवाल उठाया। बैठक के दौरान शाह ने कहा कि मप्र में आदिवासी वोट पर पूरी ताकत से काम किया जाना चाहिए। फीडबैक के मुताबिक आरक्षित 47 सीटों के साथ यह 80 से ज्यादा सीटों पर प्रभावी हैं। शाह ने बैठक बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से 10 मिनट अलग से बात की। यादव और वैष्णव भी इस दौरान थे। शाह ने पूछा कि आदिवासियों को लेकर मप्र में लगातार मामले क्यों सामने आ रहे हैं? यह ठीक नहीं है। शाह की बैठक में तालमेल और आक्रामकता की कमी, वर्कर की नाराजगी, नेताओं के अनबन और जमीन तक संगठन की जमावट जैसे मामलों पर चर्चा की बात सामने आई। शाह ने कहा कि ताकत के साथ मैदान में उतर जाओ। चुनावी चौसर जम चुकी है। सूत्रों की मानें तो शाह पूरे फीडबैक के साथ भोपाल आए थे। उन्होंने राष्ट्रीय मुद्दों तीन तलाक, समान नागरिक संहिता से जुड़ी चर्चा भी की।
‘विजय संकल्प यात्रा’ शुरू करेगी भाजपा…प्रदेश में सियासी माहौल भाजपामय बनाने के लिए अमित शाह ने बैठक में विजय संकल्प यात्रा निकालने को हरी झंडी दे दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बताया कि अमित शाह ने विजय संकल्प अभियान की शुरुआत करने के निर्देश दिए हैं। मध्य प्रदेश में विजय संकल्प यात्रा का खाका भी तैयार कर लिया है। सूत्रों की मानें तो भाजपा राज्य के छह पॉलिटिकल क्षेत्रों से विजय यात्रा शुरू कर सकती है। प्रदेश के मालवा-निमाड़, चंबल-ग्वालियर, बुंदेलखंड, विंध्य और महाकौशल क्षेत्र से भाजपा विजय संकल्प यात्रा निकालने का रोडमैप तैयार किया है। इन सभी अलग-अलग क्षेत्रों में भाजपा के बड़े नेता यात्रा में शिरकत करेंगे। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते जैसे पार्टी के दिग्गज नेताओं को यात्रा की कमान संभाल सकते हैं।