पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख बाजवा भारत से संबंध बहाल करना चाहते थे : इमरान खान

इमरान खान

 इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया है कि उन्हें देश के पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने दो देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध विकसित करने के लिए भारत के साथ अच्छे संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था। पाकिस्तान के समाचार चैनल दुनिया न्यूज की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि बाजवा सिद्धांतों से जुड़े व्यक्ति नहीं थे। खान ने आगे कहा कि अगर 90 दिनों में चुनाव नहीं हुए तो देश में संविधान नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें सीधी कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। इमरान की यह टिप्पणी शहबाज सरकार की उस पृष्ठभूमि में आया है जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान नई दिल्ली के साथ पर्दे के पीछे किसी तरह की बातचीत से इनकार करता है।

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने इससे पहले एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि आज जो हालात हैं, इस दौर में पाकिस्तान और भारत के बीच पर्दे के पीछे किसी तरह की बातचीत संभव नहीं है। उन्होंने कहा था, नियमित रूप से सीमा पार आतंकवाद, युद्धविराम उल्लंघन, क्षेत्रीय विवाद आदि के साथ भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध जटिल बने हुए हैं।

दोनों देशों के बीच संबंध 2019 में उस समय और खराब दौर से गुजरा जब भारत के युद्धक विमानों ने उस वर्ष पुलवामा आतंकी हमले की प्रतिक्रिया के रूप में पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा चलाए जा रहे एक प्रशिक्षण शिविर पर एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया। इसके बाद जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को रद्द करने के बाद इस रिश्ते में और कड़वाहट आ गई। हालांकि, भारत ने पड़ोसी देश के साथ सामान्य संबंधों की अपनी इच्छा को बनाए रखा है। खान ने जोर देकर कहा कि इस तरह की व्यस्तताओं के लिए आतंक और शत्रुता मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की होगी।

Related Articles