भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। चुनावी साल में प्रदेश भाजपा किसी भी तरह की कोई भी रिस्क लेने को तैयार नही है। यही वजह है कि भाजपा का रुख अब पिछड़े वर्ग के साथ ही लोधी समाज के बड़े नेता प्रीतम लोधी के मामले में नरम हो गया है। इसकी वजह से माना जा रहा है कि भाजपा हर हाल में पार्टी से निकाले गए प्रीतम लोधी को विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में देखना चाहती है। प्रीतम की पार्टी में वापसी कराकर भाजपा संगठन ओबीसी खासतौर पर अपने परंपरागत लोधी वोट बैंक की नाराजगी दूर करना चाहती है। इसकी वजह है इस समाज का बुंदेलखंड अंचल में बड़ा प्रभाव होना। दरअसल भाजपा से निकाले जाने के बाद से ही लोधी द्वारा लगातार भाजपा के विरोध में अपने समाज के साथ ही पिछड़े वर्ग को भी लामबंद करने का प्रयास किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लोधी पिछोर से दो बार विस का चुनाव लड़ चुके है। यह बात अलग है कि उन्हें दोनों बार ही हार का सामना करना पड़ा है। माना जा रहा है कि भाजपा से निष्कासित नेता प्रीतम लोधी की तीन मार्च को भाजपा में वापसी हो सकती है। इस मामले में प्रीतम लोधी भी कह चुके हैं कि उन्हें भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव मिला है, लेकिन हमने स्पष्ट कह दिया है कि जब तक पिछोर के 90 हजार वोटर कोई निर्णय नहीं ले लेते तब तक मैं भाजपा में जाने के बारे में कोई फैसला नहीं कर सकता हूं। दरअसल, ब्राह्मणों पर टिप्पणी को लेकर बीजेपी ने प्रीतम लोधी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उसके बाद से प्रीतम लगातार शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें ओबीसी समाज से आने वाले कई नेताओं का समर्थन मिल रहा है। बीजेपी के अंदर से भी यह आवाज उठती रही है कि उनका निष्कासन गलत है।
भाजपा की मजबूरी
दरअसल प्रीतम मामले में भाजपा की अपनी मजबूरी है। इसकी वजह है प्रीतम के समर्थन में अघोषित रुप से उमा भारती का पूरा समर्थन मिला हुआ है। प्रीतम को उनका बेहद खास माना जाता है। प्रदेश की राजनीति के साथ ही संगठन में भी पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती अलग-थलग दिखाई पड़ती हैं। इसकी वजह से वे अपनी सरकार के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले रहती हंै। उनके द्वारा कुछ समय पहले नया दांव प्रीतम लोधी के घर पहुंचने के रुप में भी खेला जा चुका है। ग्वालियर में प्रीतम लोधी के घर जाकर उन्होंने उनका खूब गुणगान किया था। यही नहीं उनके द्वारा यहां तक कहा जा चुका है कि हमारी तस्वीर दिखाकर बीजेपी वाले वोट ले लेते है। इस बार आप खुद तय करना कि किसे वोट देना है। उन्होंने कहा कि देश में राम राज्य की स्थापना में गरीब, दलित, पिछड़े और शोषित वर्ग का ही योगदान रहा है। पीएम मोदी उन सभी को समेटकर चल रहे हैं।
27/02/2023
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