
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। नौकरियों के खत्म होते अवसर से युवाओं का स्वरोजगार की ओर ध्यान गया है। आज हर युवा स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर बनना चाहता है। इसके लिए युवाओं ने सर्च इंजन पर जाकर यह सर्च करना शुरू कर दिया है कि देश-विदेश के धनकुबेरों की नेटवर्थ कैसे बढ़ी। दरअसल, अब हर युवा नौकरी की बजाय अपना खुद का कारोबार करना चाहता है। इसके लिए वह यह जानने की कोशिश में जुटा हुआ है कि कैसे कारोबार को बड़ा किया जा सकता है। दरअसल, अब हर युवा आन्त्रप्रेन्योर बनना चाहता है। ऐसे में बदलती दुनिया में राजधानी के अधिकांश युवाओं की दिलचस्पी यह जानने में है कि दुनिया के टॉप टेन रईस आखिर किन सेक्टरों में निवेश कर रहे हैं। देश-दुनिया में रईसों की सूची जारी करने वाली नाइट फ्रैंक, फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स, ब्लूमवर्ग ब्लीनियर्स इंडेक्स और ऑक्सफेम पर सूची जारी होने के बाद युवा यह सर्च करते हैं कि धनकुबेरों की नेटवर्थ कैसे बढ़ी। वे इसकी तुलना पिछली रिपोर्ट से भी करते हैं, कि वर्ष 2021-22 में टॉप टेन में आए दुनिया के लोगों ने कहां निवेश किया। इस बात का खुलासा हाल ही में जारी सॉफ्ट ब्रिक और नाइट फ्रैंक दि वेल्थ की रिपोर्ट में हुआ है। नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर धनी लोगों की संख्या 2021 में 9.3 प्रतिशत से बढक़र 6,10,569 हो गई, जो पिछले साल 5,58,828 थी। अकेले भारत में ही 2021 में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सबसे ज्यादा वृद्धि बेंगलुरु में इनकी संख्या 17.1 प्रतिशत से 352 हो गई।
आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं युवा…
अब युवा आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं। आइटी स्टूडेंट अंश श्रीवास्तव का कहना है कि हर चीज के लिए किसी पर आश्रित नहीं हो सकते हैं। अगर कोई अरबपति बना है तो उसके पीछे उनकी सालों की मेहनत होती है। इसके बाद वे किस तरह से अपना निवेश कर रहे हैं और आगे क्या करने वाले हैं। ये सभी बातें हमें आगे बढ़ाने में मदद करती है। लॉ की छात्रा निवेदिता पांडे का कहना है कि जीवन में आगे बढऩे के लिए स्किल्स के साथ इंस्पिरेशन जरूरी है। मनी-ओरिएंटेड गोल्स को पूरा करने के लिए ऐसे लोगों में इंस्पिरेशन तलाशते हैं जो आज सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं। इस तरह की रिपोर्टस में ऐसे लोगों की सक्सेस स्टोरीज मोटिवेट करती है। यूचुअल फंड और नेशनल पेंशन स्कीम में युवा वर्ग (25 से 40 वर्ष) ज्यादा पैसा लगा रहे हैं। लोंग टर्म में पैसा लगाकर वे टैक्स की बचत भी कर रहे हैं। के माध्यम से निवेश करना अच्छा विकल्प मौजूद है। म्यूचुअल फंड एक ऐसा माध्यम है जिसे एसेस मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती हैं।
निवेश कर रहे युवा
राजधानी भोपाल में युवा अब निवेश कर रहे हैं। बीते दो साल में राजधानी में 100 करोड़ से अधिक का निवेश हुआ है। 25 से 45 वर्ष की उम्र के लोग इक्विटी में निवेश करते हैं, जबकि 50 से 75 वर्ष की उम्र के लोग डेड फंड में निवेश करते हैं। बीते दो साल में 5 प्रतिशत से अधिक ने निफ्टी-सेंसेक्स में निवेश किया है। दरअसल, कोरोना काल के बाद भारत ही नहीं देश-दुनिया में शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड, डिजिटल करेंसी में तेजी से निवेश बढ़ा है। ऐसे ही निवेशों से भारत में भी अरबपतियों की संख्या में इजाफा हुआ है में काफी युवा भी इसी रास्ते पर हैं। यही वजह है कि म्यूचुअल फंड के साथ शेयर मार्केट, डिजिटल करेंसी में भी उन रुचि बढ़ी है।