भोपाल के आसपास के स्टेशनों का होगा सुखद अनुभव

रेलवे स्टेशन

रेलवे प्रशासन ने बनाई कार्ययोजना

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के बाद अब रेलवे प्रशासन भोपाल के आसपास के करीब एक दर्जन से अधिक रेलवे स्टेशनों को भी खूबसूरत और सुविधाओं से सम्पन्न बनाने की तैयारी कर रहा है। खास बात यह है कि इनका विकास कुछ इस तरह से किया जाएगा जिससे की इन स्टेशनों पर आने जाने वाले यात्रियों को सुखद अनुभव हो सके। इसके लिए भोपाल रेल मंडल द्वारा जिन स्टेशनों का चयन किया गया है उसमें सांची, होशंगाबाद, इटारसी, विदिशा, गंज बासौदा, अशोक नगर, गुना, शिवपुरी, बीना, हरदा, सीहोर, ब्यावरा राजगढ़, शाजापुर, काला पीपल स्टेशनों का चयन किया गया है। इन स्टेशनों का विकास उड़ीसा के खुर्दा रोड स्टेशन की तर्ज पर किया जाएगा। दरअसल रेलवे प्रशासप चाहता है कि छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों पर भी यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं मिल सकें, उसके लिए री-डेवलपमेंट प्लान बनाए जा रहे हैं। हाल ही में भोपाल रेल मंडल के दो आला अफसरों ने उड़ीसा के इिस रेलवे स्टेशन का दौरा कर वहां के विकास कामों को देखा है। वहां पर स्टेशन परिसर से लेकर री-डेवलपमेंट के जो कार्य किए गए, उनकी जानकारी हासिल   की है। बताया जा रहा है कि जल्द ही वहां का विस्तृत प्लान मंगाकर अधिकारी उसके हिसाब से यहां के स्टेशनों के रीडेवलपमेंट में शामिल करेंगे। इससे जल्द री-डेवलप होने वाले 14 स्टेशनों पर यात्रियों को वर्तमान के मुकाबले और ज्यादा बेहतर सुविधाएं दी जा सकेंगी।
इस तरह से किया गया है विकसित
खुर्दा रोड स्टेशन का रीडेवलपमेंट व्यवस्थित तरीके से करने के लिए जमीन का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कम से कम खर्च में कर लिया गया है। इसके लिए सर्कुलेटिंग एरिया को व्यवस्थित तरीके से एक से दूसरे सिरे तक फैलाया गया है। वहां पहुंचने वाले यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा जगह आवागमन के लिए मिल सके, इसका प्रयास री-डेवलपमेंट प्लान में किया गया है। सकुर्लेटिंग एरिया और बाहर से आवागमन के लिए जो सडक है, वह काफी चौड़ी है। इसके लिए रेलवे ने वहां मौजूद सभी अतिक्रमण को हटाकर सड़क को नए सिरे से डिजाइन कर बनाया है। इसी तरह से वहां पार्क बनाए गए हं,ै जिससें की यात्रियों को  सुखद अनुभूति हो। पार्क में फ्लावर का डेकोरेशन जैसा लगे और यात्रियों को फूलों की सुगंध आए, इसके लिए अलग- अलग पौधे भी लगाए गए हैं। इसके अलावा सकुर्लेटिंग एरिया में आकर्षक पोर्च का निर्माण भी किया गया है। पोर्च में भी ज्यादा से ज्यादा जगह का उपयोग यात्री कर सके। इसी तरह से वहां पर प्रतिमाएं भी लगाई गई हैं। आमतौर पर स्टेशन परिसर में अब तक स्टैच्यू का उपयोग न के बराबर किया गया है।

Related Articles