
- कई बड़े अफसर भी चढ़े लोकायुक्त व ईओडब्ल्यू के हत्थे
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार किस तरह से अपने पैर पसार चुका है, इसका खुलासा बीते दो माह में ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त की कार्रवाई से हो जाता है। इस कार्रवाई से यह भी पता चलता है की प्रदेश के सरकारी महकमों में बगैर रिश्वत कोई काम ही नहीं होता है। यही वजह है की छोटा कर्मचारी भी चंद सालों की नौकरी में करोड़पति बनकर ऐश करने लगता है, तो अफसरों द्वारा कितनी कमाई की जाती है इसका अनुमान लगाया जा सकता है।
यह बात अलग है की फिलहाल गिने चुने अफसरों को छोड़कर बड़ो पर इन एजेंसियों द्वारा कम ही हाथ डाला जाता है। यह कार्रवाई महज छोटे और मझोले कर्मचारियों व अधिकारियों तक ही सीमित है। तृतीय वर्ग के कर्मचारी जांच एजेंसियों के रडार पर सबसे अधिक रहते हैं। इनमें सर्वाधिक पटवारी, शिक्षक और कॉन्स्टेबल और सहकारी समितियों के कर्मचारी शामिल हैं। यह बात अलग है की इनकी तुलना में मलाईदार जगहों में शामिल परिवहन ,आबकारी, लोकनिर्माण जैसे विभागों से जुड़े अफसरों व कर्मचरियों पर नाम के लिए ही कार्रवाई नजर आती है। यह बात अलग है कि बीते एक पखवाड़े में जरुर कई अफसर लोकायुक्त के हत्थे रिश्वत लेते धरे गए हैं। इनमें जिला स्तर के कई अफसर शामिल हैं। खास बात तो यह है कि रीवा लोकायुक्त की टीम ने एक ही दिन में दो अफसरों के साथ ही एक बाबू को अलग-अलग विभागों में जाकर धरदबोचा। यही नहीं हाल ही में भोपाल में लोकनिर्मण विभाग के एक इंजिनियर को भी रिश्वत लेते पकड़ा है। वह इतना शातिर है कि लोकायुक्त की टीम उसे पांचवे प्रयास में पकड़ सकी है। प्रदेश में यह हाल तब हैं जब सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस का लगातार दावा किया जाता है।
दरअसल बीते कुछ समय में सरकार द्वारा नियमों में किए गए संशोधनों की वजह से इस तरह के मामलों में अफसरों को सुरक्षा कवच दिए जाने से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। कई ऐसे अफसर हैं जो इन दोनों एजेंसियों की जांच में दोषी पाए जा चुके हैं, लेकिन उन पर अभियोजन चलाने की अनुमति तक नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से भ्रष्टाचार में डूबे अफसर व सरकारी कर्मचारियों की जमकर मौज बनी हुई है। हद तो यह है कि ऐसे कर्मचारियों पर अफसर विशेष मेहरबानी दिखाने में भी पीछे नहीं रहते हैं।
ये है कुछ उदाहरण
9 मई: रोड निर्माण के एवज में रीवा के गांव द्वारी के सरपंच को लोकायुक्त पुलिस ने 2 लाख की रिश्वत देते हुए पकड़ा था। सड़क अपने अनुसार बनवाने के लिए सरपंच ग्रामीण से रिश्वत ले रहा था। लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
14 मई: राजधानी भोपाल के आरआई अनिल भलावी को 25 हजार की रिश्वत लेते ट्रैप किया। लोकायुक्त पुलिस भोपाल की कार्रवाई जमीन के सीमांकन के लिए रिश्वत मांगी थी।
16 मई: दमोह जिले के शिक्षा अधिकारी को रिटायर्ड शिक्षक से 10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई को दिया अंजाम तेंदूखेड़ा स्थित ग्राम में की गई कार्रवाई।
20 मई: महिला एवं बाल विकास की दो महिला अधिकारियों को रीवा में लोकायुक्त पुलिस ने 10-10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। मध्यान्ह भोजन का बिल पास कराने के लिए दो महिला अधिकारी रिश्वत ले रही थी।
24 मई: रीवा के जनपद जवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अरुण कुमार भारद्वाज को शासकीय मकान में मनरेगा के काम को लेकर बिल पास कराने के एवज में 10 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया।
28 मई: राजधानी भोपाल के पास स्थित श्यामपुर थाना क्षेत्र के टीआई 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार। भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की। सीहोर के श्यामपुर थाना क्षेत्र में वह रिश्वत ले रहा था।
3 जून: 10 हजार की रिश्वत लेते पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। फील्डबुक बनाने के नाम पर 10 हजार की रिश्वत ले रहे पटवारी को लोकायुक्त टीम ने जबलपुर की शाहपुरा तहसील कार्यालय में पकड़ा था।
4 जून: शहडोल के ब्यौहारी तहसील में नगर पालिका के दो कर्मचारी रिश्वत लेते गिरफ्तार किए गए। इन्हें रीवा की टीम ने पकड़ा था।
5 जून: सागर के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त को रिश्वत के 5 लाख रुपये लेते पकड़ा। बीड़ी फर्म को कार्रवाई की धमकी आयुक्त ने दी थी। ईओडब्ल्यू ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया था।
5 जून: सीनियर डीएमई ने नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार की रिश्वत ली। सीबीआई भोपाल की टीम ने अधिकारी को रिश्वत लेते इटारसी से गिरफ्तार किया था।
13 जून : लोकनिर्माण विभाग भोपाल में पदस्थ इंजिनियर एससी वर्मा को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। इसी दिन ही मुरैना जिले में एक पटवारी को भी 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।
16 जून: लोकायुक्त पुलिस ने भोपाल में बिजली कंपनी के डीजीएम स्तर के अफसर को ट्रांसर्र्फामर लगाने की अनुमति देने के एवज में 20 हजर रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।