
- केंद्र और राज्य सरकार के साझां प्रयासों से मध्यप्रदेश बढ़ रहा आगे…
भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। देश के बीचों बीच स्थित मध्यप्रदेश के साथ अब एक और नई उपलब्धि जुड़ने वाली है। इस नई उपलब्धि को हासिल करने के लिए प्रदेश में तेजी से काम किया जा रहा है। माना जा रहा है कि जिस तेजी से काम किया जा रहा है उसकी वजह से प्रदेश अगले दो सालों में मल्टी- मॉडल लॉजिस्टिक्स हब बन जाएगा। यह काम प्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार के सांझा प्रयासों से किया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश की आद्यौगिक राजधानी इंदौर और प्रशासनिक राजधानी भोपाल को सबसे उपयुक्त माना गया है। इसके लिए सरकारी विभागों ने अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन और नीति विश्लेषण स्कूल के सहयोग से इसके लिए नीति बनाने पर काम शुरू कर दिया है। यही वजह है कि माना जा रहा है कि दो साल के अंदर मध्यप्रदेश लॉजिस्टक हब के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की राह पकड़ लेगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते साल इंदौर में आधुनिक अंतरराष्ट्रीय कार्गो हब का लोकार्पण करने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय कार्गो टर्मिनल का भी शिलान्यास किया था। उस समय सीएम ने कहा था कि मौजूदा जरुरतों के हिसाब से एयरपोर्ट का विस्तार जरूरी है। इसका विस्तार सुनिश्चित किया जाएगा और इंदौर एयरपोर्ट अथॉरिटी को 22 एकड़ जमीन इसके लिए दी जा रही है। प्रदेश को लॉजिस्टिक हब बनाने के साथ सेंटर फॉर पेरिशबल कार्गो, उद्योगों के अनुकूल परिसंपत्तियों का उन्नयन आधुनिकीकरण, मुद्रीकरण एवं लॉजिस्टिक्स संचालन का डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से एंड टू एंड इंटीग्रेशन किए जाने की समग्र रूपरेखा पर कई दौर में मंथन भी किया जा चुका है। शासन की मंशा के अनुरूप प्रदेश को देश के प्रमुख भंडारण एवं लॉजिस्टिक हब के रूप में स्थापित किया जाएगा।
यह किया जा रहा है काम
योजना के तहत जल्द नष्ट होने वाली सामग्री के लिए हवाई अड्डों पर सेंटर फॉर पेरिशेबल कार्गो की स्थापना तो की जानी है इसके अलावा वेयरहाउसिंग और ट्रांसपोर्टेशन संचालन के डिजिटलाइजेशन से ग्राहक की संतुष्टि में वृद्धि एवं भागीदारों को अधिक मूल्य प्रदान करने से निर्माताओं, परिवहन एवं परिवहन संचालकों को एक प्रभावी सप्लाई चेन-मैनेजमेंट पर काम किया जा रहा है। इसके लिए प्रोफेशनल कंपनी की नियुक्ति की जाकर एंड टू एंड इंटीग्रेशन के विजन डॉक्यूमेंट की संरचना एवं वर्तमान प्रक्रिया का अध्ययन एवं गैप एनालिसिस का कार्य जारी है। इसके साथ ही स्टेट लॉजिस्टिक्स प्लेटफार्म का निर्माण भी किया जा रहा है।
इंदौर से किस देश में कौन सा माल होता है निर्यात
इंदौर से कई देशों को माल निर्यात कर कार्गो के माध्यम से भेजा जाता है। यही वजह है कि इंदौर एयरपोर्ट से 20 किलोमीटर की परिधि में लॉजिस्टिक हब विकसित करने की योजना तैयार की गई है। फिलहाल इंदौर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्गो का ट्रांसपोर्टेशन एयर इंडिया और इंडिगो एयरलाइन द्वारा किया जाता है। इंदौर में कार्गो के महत्वपूर्ण होने की वजह है दिसंबर 2020 में 100 मीट्रिक टन और जनवरी- दिसंबर 2020 में कुल 939 मीट्रिक टन अंतरराष्ट्रीय कार्गो का ट्रांसपोर्टेशन किया गया। इंदौर से टेक्सटाइल और रेडी गारमेंट्स, फॉर्मा प्रोडक्ट, नमकीन और मिठाई निरंतर निर्यात की जाती है। इंदौर से फिनिश्ड लेदर हांगकांग, बांग्लादेश, चीन, यूरोप इटली और कोरिया को निर्यात किया जाता है। यहां से दवाइयां बांग्लादेश, पाकिस्तान, सिंगापुर, जर्मनी और फ्रांस को निर्यात की जाती इसके साथ ही मशीनरी पार्ट्स भी कई देशों में निर्यात किए जाते हैं।