टंडन ही होंगे कार्यवाहक डीजीपी, 3 मार्च को होगा आदेश जारी

कार्यवाहक डीजीपी

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश पुलिस के नए प्रमुख को लेकर जारी असमंजस के बीच यह तय हो गया है कि अब प्रदेश में बतौर कार्यवाहक डीजीपी राजीव टंडन को नियुक्त कर अगले तीन माह तक काम चलाया जाएगा। उनके आदेश 3 मार्च को जारी किए की संभावना है। इस आदेश के जारी होने के पहले सरकार द्वारा केंद्र को डीजीपी पद के लिए अफसरों के नामों का पैनल भेजने का भी तय कर लिया गया है। ऐसा सरकार द्वारा किसी भी न्यायालयीन विवाद से बचने के लिए किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि डीजीपी विवेक जौहरी आगामी पांच मार्च को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। उनकी जगह डीजी लोकायुक्त राजीव टंडन का कार्यवाहक डीजीपी बनाया जाना तय है। टंडन का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो जाएगा। इसके बाद नियमित डीजीपी की नियुक्ति की जाएगी। टंडन की नियुक्ति पर किसी तरह के विवाद से बचने के लिए आदेश जारी होने से पहले डीजीपी के लिए नामों का पैनल केन्द्र सरकार को भेज दिया जाएगा, जो पिछले ढाई माह से राज्य सरकार में लंबित है। अभी नाम भेजने पर केन्द्र सरकार से सुधीर सक्सेना के प्रदेश वापसी पर मुहर लगना मुश्किल बना हुआ है। इसकी वजह है प्रधानमंत्री व केंद्रीय गृह मंत्री का उत्तर प्रदेश चुनाव में व्यस्त होना। सक्सेना सचिव गृह (पीएम सुरक्षा) के पद पर पदस्थ हैं। वे प्रदेश में आईपीएस अफसरों में वरिष्ठता क्रम में पहले नंबर पर हैं। उनके बाद दूसरे नंबर पर डीजी होमगार्ड पवन जैन का नाम है। केन्द्र से जिन तीन नामों के पैनल का चयन होगा, उसमें सक्सेना के अलावा पवन जैन का नाम दूसरे नंबर पर रहेगा। वरिष्ठता क्रम में तीसरे नंबर पर स्पेशल डीजी शैलेश सिंह हैं।
डीजी लोकायुक्त के लिए इन नामों की चर्चा डीजी लोकायुक्त
डीजी लोकायुक्त राजीव टंडन को कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने पर उनके उत्तराधिकारी का चयन सोच समझकर करना होगा। लोकायुक्त व राज्य सरकार के बीच कुछ मामलों को लेकर तनातनी है, इस कारण उनकी अनुमति के बिना डीजी लोकायुक्त की नियुक्ति होना मुश्किल है। डीजी लोकायुक्त के लिए डीजी जेल अरविंद कुमार, संचालक (डीजी) लोक अभियोजन अन्वेष मंगलम, चेयरमैन पुलिस हाउसिंग बोर्ड कैलाश मकवाना और एडीजी एसटीएफ विपिन माहेश्वरी के नाम की चर्चा है। 

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