
कोलकाता, बिच्छू डॉट कॉम। बीरभूम से तृणमूल सांसद शताब्दी रॉय ने शुक्रवार देर शाम साफ कर दिया कि वे पार्टी के साथ हैं। इससे पहले दिन भर उनके पार्टी से नाराज चलने की बातें हो रही थीं। इसकी शुरुआत खुद शताब्दी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट से की थी। उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की करीबी माना जाता है। शताब्दी ने पार्टी के प्रति अपनी नाराजगी जताई थी। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि वे नए साल में फैसला करने की कोशिश कर रही हैं। अगर फैसला लिया तो शनिवार दोपहर दो बजे तक इसकी जानकारी दे देंगी। उन्होंने दिल्ली जाने के बारे में भी बताया था। अटकलें थीं कि वे भाजपा में शामिल हो सकती हैं। हालांकि, शताब्दी ने इससे इनकार किया था। बाद में उन्होंने कहा कि मेरी अभिषेक बनर्जी (ममता के भतीजे) के साथ बात हुई है। उन्होंने मेरे उठाए मुद्दों पर बात की। मैं कल दिल्ली नहीं जा रही हूं। मैं पार्टी के साथ ही रहूंगी। राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले ममता के कई करीबी भाजपा में जा चुके हैं। ऐसे में शताब्दी का ञ्जरूष्ट में बने रहना ममता के लिए राहत भरी खबर है। बंगाली फिल्मों में अभिनय कर चुकी शताब्दी ने सोशल मीडिया पोस्ट में अपने संसदीय क्षेत्र की जनता को मैसेज किया है। उन्होंने लिखा, मैं अपने क्षेत्र की जनता से मिलना चाहती हूं, लेकिन ऐसा नहीं कर पा रही हूं। मुझे कुछ कार्यक्रमों में बुलाया ही नहीं जाता। इससे मुझे पीड़ा होती है। मुझे लगता है कि कुछ लोग यह चाहते ही नहीं हैं कि मैं आप लोगों से मिलूं। अगर मुझे कार्यक्रमों की जानकारी ही नहीं दी जाएगी, तो मैं वहां जाऊंगी कैसे?