
मुंबई, बिच्छू डॉट कॉम। 90 के दशक में फिल्म मासूम से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले दिवंगत ऐक्टर इंद्र कुमार ने अपने दम पर इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई थी। हाल ही में इंद्र कुमार की पत्नी ने सोशल मीडिया पर बताया कि कैसे उनके पति नेपोटिज्म का शिकार थे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बॉलिवुड में काम के नाम पर झूठा दिलासा दिया जाता है। इंद्र कुमार की पत्नी पल्लवी सर्राफ ने लिखा, इन दिनों हर कोई नेपोटिज्म पर बात कर रहा है। सुशांत सिंह राजपूत की तरह मेरे पति ने अपने दम पर फेम पाया था। वह 90 के दशक में पीक पर थे। उनके गुजरने से पहले मुझे याद है कि वह दो लोगों के पास काम के लिए गए थे। वह करण जौहर के पास गए थे, वहां मैं भी थी। सबकुछ मेरे सामने हुआ था। उन्होंने अपनी वैन के बाहर हमें 2 घंटे इंतजार कराया। इसके बाद उनकी मैनेजर गरिमा ने कहा कि करण जौहर बिजी हैं। लेकिन हमने इंतजार किया और वह बाहर आए कहा कि अभी कोई काम नहीं है, फिलहाल आप गरिमा के साथ संपर्क में रहें। इसके बाद मेरे पति ने अगले 15 दिन ऐसा किया लेकिन कोई काम नहीं हुआ। पल्लवी ने आगे लिखा, इंद्र कुमार ने फिल्म जीरो के सेट पर शाहरुख खान से मुलाकात की। उन्होंने भी ऐसा ही किया और अपने मैनेजर से मिलने को कहा। लेकिन बाद में शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ने उनसे काम के लिए संपर्क नहीं किया। पल्लवी सर्राफ ने बी-टाउन के दिग्गजों से पूछा कि टैलंटेड लोगों की मदद करना इतना मुश्किल क्यों है और वह किस बात से डरे हैं। आखिर में उन्होंने कहा कि नेपोटिज्म पर रोक लगनी चाहिए और सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।